कोरोना संक्रमण को लेकर उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक
- कोविड वैक्सिनेशन, टेस्टिंग एवं संक्रमण के संभावित तृतीय लहर की तैयारियों की गई समीक्षा
- स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ एवं सुगम बनाने पर दिया गया जोर
- कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर को देखते संबंधित अधिकारियों को दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश
गिरिडीह। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में मंगलवार को कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने एवं संक्रमण के तीसरे वेब के मद्देनजर तैयारियों को लेकर समाहरणालय सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने कोविड वैक्सिनेशन, टेस्टिंग, तीसरे वेब की तैयारियों का प्रखंडवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैठक में 02 से 18 वर्ष के बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर जिले के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों में एक एक चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड बनाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिया गया। सभी चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड में बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, ऑक्सीजन पाइपलाइन, आइसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
साथ ही प्रखंडवार कोविड की वस्तुस्थिति, वेंटिलेटर की आवश्यकता, ऑक्सीजन बेड, पाइपलाइन कोविड को लेकर आगे की जाने वाली व्यवस्था, कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर, शहरी व ग्रमीण क्षेत्र अंतर्गत कोविड रोकथाम के अलावा प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कोविड टास्क फोर्स के गठन के पश्चात किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान उपायुक्त ने चल रहे कार्यों और किये जाने वाले कार्यों के अलावा घर-घर जांच व सर्वे अभियान के तहत चल रहे कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिये।
उपायुक्त ने कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर आवश्यक तैयारियों व बरते जाने वाली सावधानियों के अलावा सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों एवं वैक्सीनेशन के कार्यो को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। वहीं तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किए जाने की बात उपायुक्त ने कही। इसके अलावा उन्होंने जिले के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों में एक एक चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड बनाने का निर्देश दिया। जहां ऑक्सीजन बेड, पाइपलाइन, बच्चों हेतु मनोरंजन की सुविधा, बेडशीट, तकिया और दवाओं की पूर्व तैयारियों के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि डोर टू डोर सर्वे कार्य में तेजी लाएं। हरेक घरों में सर्वे कार्य करें। सर्वे कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें। लोगों को कोविड वैक्सिनेशन एवं टेस्टिंग के प्रति जागरूक एवं प्रोत्साहित करें। सर्वे कार्य के दौरान संक्रमित व्यक्ति की पुष्टि होने पर उन्हें होम आइसोलेशन गाइडलाइन की जानकारी उपलब्ध कराते हुए होम आइसोलेशन कीट उपलब्ध कराएं तथा उनको नजदीकी पंचायत भवन में क्वारंटाइन कर समुचित चिकित्सीय उपचार करें।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि हमें टेस्टिंग को वृहद स्तर पर करने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रखंडवार कोविड जांच की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि टेस्ट में तेजी लाएं एवं ज्यादा से ज्यादा संख्या में सैंपल टेस्टिंग करें। सभी प्रखंडों को दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही कोविड जांच हेतु उपलब्ध कराएं गए टेस्टिंग किट्स एवं मेडिकल किट्स का शत प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, आईएस प्रशिक्षु, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, निदेशक, डीआरडीए, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।