स्थानीय नीति व अन्य मुद्दों को लेकर झामुमो के अंदर बगावत
- युवा नेता सह झामुमो के पूर्व विधायक अमित महतो ने सीएम को दिया अल्टीमेटम
- एक महीने के अंदर खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति नहीं बनी तो 20 फरवरी को देंगे पार्टी से इस्तिफा
रांची। स्थानीय नीति के मामले को लेकर झारखंड के सत्ताधारी दल झामुमो के अंदर से ही बगावत के सुर फूटने लगे हैं। सिल्ली से आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को हराने वाले पूर्व विधायक अमित महतो ने गुरुवार को अपने ही सीएम को अल्टीमेटम देते हुए खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाने की मांग करने के साथ ही बाह्य भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाने की मांग की है।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर उन्होंने अपनी बातों को रखते हुए कहा है कि हेमंत सरकार अगर 1 महीने के अंदर पुनर्विचार कर खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति नहीं बनाती है और बाह्य भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से नहीं हटाती है तो वे 20 फरवरी को झामुमो से इस्तीफा दे देंगे। इस दौरान उन्होंने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) पर भी निशाना साधते हुए दोनों को भारत के सबसे भ्रष्ट आयोग बताया है।