मुख्यमंत्री के काफिले पर हुए हमले के खिलाफ झामुमो ने किया प्रदर्शन
- भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का किया पुतला दहन
- रघुवर सरकार के समय हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना पर भाजपा खामोश: विधायक
गिरिडीह। मुख्यमंत्री के काफिले पर हुए हमले के विरोध में झामुमो ने मंगलवार को भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी का पुतला दहन किया। पार्टी अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता बाबूलाल मरांडी का पुतला लिए पार्टी ऑफस से निकले और शहर में पदर्शन करते हुए टॉवर चैक में बाबूलाल मरांडी का पुतला जलाया। इस दौरान गांडेय विधायक सरफराज अहमद के साथ शाहनवाज अंसारी, अजित कुमार पप्पू, महिला नेत्री प्रमिला मेहरा, सोनी चैरसिया, अभय सिंह, शिवपूजन, रॉकी सिंह, टूना सिंह, चिंतामणि वर्मा, दिलीप रजक, सईद अंसारी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
सीएम पर हुए हमले को बताया लोकतंत्र पर हमला
इधर हमले के विरोध में पार्टी आफिस में प्रेसवार्ता कर अध्यक्ष संजय सिंह और विधायक सरफराज अहमद ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले पर हुआ हमला लोकतंत्र पर हमले का बराबर है। सत्ता जाने से भाजपा का बौखलाहट बता रहा है कि वो एक लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए सरकार को बर्दास्त नही कर पा रहे है। विधायक सरफराज ने कहा कि ये भाजपा और बजरंग दल की गुंडागर्दी है। ऐसे में पार्टी सरकार से मांग करती है कि भाजपा और बजरंग दल के अराजक तत्वो को चिन्हित कर सरकार कार्रवाई करें।
झामुमो को लोकतंत्र पर भरोसा
विधायक ने कहा एनसीआरबी के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि रघुवर सरकार के कार्याकाल में 2014 से 2018 के बीच राज्य में हुए पांच हजार से अधिक दुष्कर्म के मामलों पर बोलने का हिम्मत क्यों नही करती। क्यों रघुवर सरकार के कार्याकाल में घटनाओं पर भाजपा खामोश है। हालांकि गिरिडीह के मुफ्फिसल थाना समेत जिले में हत्या और दुष्कर्म की घटनाओं से जुड़े मामलों के सवालों पर विधायक और अध्यक्ष ने कहा कि गिरिडीह पुलिस के नट बोल्ट टाइट किये जा रहे है। जल्द ही यहां के लोगों को परिणाम देखने को मिलेगा। विधायक सरफराज अहमद ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि फिलहाल जनहित से जुड़े मामलों पर जांच कराने के बजाय भाजपा सरकार अपने स्वार्थहित में विपक्ष के खिलाफ जांच कराने में ताकत लगाएं हुए है। कहा कि झामुमो कार्यकताओं ने चूड़ी नही पहना है बल्कि कार्यकता भी रोड का जवाब रोड पर देना जानते है। लेकिन झामुमो लोकतंत्र पर भरोसा करती है। सोमवार की शाम को रांची में घटना के विरोध में कानून अपना काम कर रही है।