सरस्वती पूजा को देखते हुए डीसी व एसपी ने जारी किये संयुक्त आदेश
- विधि व्यवस्था के लिए दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों/पुलिस बलों की हुई प्रतिनियुक्ति
- संवेदनशील स्थानों पर जिला प्रशासन की रहेगी नज़र
- डीजे एवं अश्लील गानों पर रहेगा प्रतिबंध
गिरिडीह। सरस्वती पूजा में विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर डीसी व एसपी ने संयुक्त रूप से आदेश जारी किया है। 5 फरवरी को सरस्वती पूजा मनाये जाने के क्रम में वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी पूजा समितियों को कोविड प्रोटोकॉल एवं सोशल डिस्टेंसिंग का उचित अनुपालन करते हुए सरस्वती पूजा मनाने का निर्देश दिया गया है। संक्रमण के प्रसार को देखते हुए सामाजिक दूरी-मास्क लगाना आदि नियमों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे।
बताया गया कि जिला स्तर एवं अनुमण्डल स्तर पर नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है। वहीं थाना प्रभारीयों को अपने-अपने स्तर से सभी संवेदनशील स्थानों पर चौकीदार व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया। पूजा के दौरान विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर सभी संवेदनशील स्थानों पर दण्डाधिकारी व पुलिस सशस्त्र बल एवं लाठी पार्टी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। संबंधित अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने अधीनस्थ थाना में गतिशील रहकर विधि व्यवस्था पर ध्यान देंगे।
सरस्वती पूजा की मूर्ति स्थापित करने वाले पूजा समिति के सभी व्यक्तियों या समूह की पूर्ण जानकारी प्राप्त रखना के साथ ही मूर्ति विसर्जन की तिथि एवं विसर्जन के मार्ग की पूर्ण जानकारी प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है।
विसर्जन का मार्ग साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से संवेदनशील न हो। यह पूर्व में ही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। पूजा एवं विसर्जन के दौरान लाउडस्पीकर, डीजे पर अश्लील व भावनाओं को आहत करने वाला विवादास्पद गाना बजाने और भड़काउ नारे नही लगाने की सख्त हिदायत दी गई है। पूजा समिति के व्यक्तियों या समूह से विसर्जन के दौरान पूर्ण शांति बहाल रखने की पूर्ण जिम्मेवार लेने की प्रतिबद्धता ली जाय। विसर्जन की पूर्ण विडियोग्राफी करायी जाय तथा सभी विसर्जनों को पुलिस स्कॉट के साथ संपादित किया जाना। खासकर पूर्व में कोई घटना घटीत हुए मार्ग पर विशेष रूप से पर्याप्त बल एक दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाय। मूर्ति विसर्जन के चिन्हित स्थान नदी, तालाब, घाट पर भी पर्याप्त बल एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाए।