LatestNewsगिरिडीहझारखण्डराँची

गिरिडीह-जमुई के चकाई के गरुड़बाद गांव में माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर पारा शिक्षकों को संगठन से जुड़ने का किया आह्वान

गिरिडीह/जमुई
गिरिडीह-जमुई के सीमावर्ती गांव गरुड़बाद गांव में माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर अपने उपस्थिति का अहसास तो कराया ही। लेकिन पोस्टरबाजी कर माओवादियों ने इलाके के पारा शिक्षकों में भी दहशत पैदा कर दिया। वैसे यह स्पस्ट नहीं हो पाया है कि गांव में माओवादियों ने कितने बजे पोस्टर चिपकाया। लेकिन गांव के एक पेड़ में पोस्टरबाजी कर माओवादियों ने पारा शिक्षकों को संगठन से जुड़ने का आह्वान किया है। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद जमुई की सीआरपीएफ करीब दोपहर दो बजे गांव पहुंची। और पेड़ से माओवादियों के पोस्टर को हटाया। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दस्ते ने सीमावर्ती इलाके के जिस गांव में पोस्टरबाजी किया है। वह गांव गरुड़बाद जमुई के चकाई थाना में पड़ता है। लेकिन गिरिडीह के भेलवाघाटी से गरुड़बाद गांव काफी नजदीक बताया जा रहा है। गांव में किए गए पोस्टरबाजी के कारण ग्रामीण भी दहशत में है।

पेड़ में चिपकाए गए पोस्टर में माओवादियों ने कुछ स्थानीय लोगों के नाम कासिम, निसार, चेतका, सलीम, नबी, कारु, हाबिस, बाजो, खरतली, मुसिया, रोजन, प्यारी, युनूस, ईस्लाम समेत कई लोगों के नाम लिखकर इन्हें जहां पारा शिक्षक बताया है। वहीं इन पारा शिक्षकों को नौकरी छोड़कर क्रांतिकारी संगठन से जुड़ने का आह्वान किया है। क्रांतिकारी संगठन से नहीं जुड़ने पर छह इंच छोटा करने की धमकी भी माओवादियों ने पोस्टर में दिया है। वैसे यह भी स्पस्ट नहीं हो पाया है पोस्टर में जितने नाम है। वह सही है या गलत। लेकिन चकाई थाना की पुलिस और दोनों जिलों की सुरक्षा बलों का सक्रियता एक बार फिर इन इलाकों में बढ़ चुका है। बताते चले कि इसी गांव में डेढ़ साल पहले दो ग्रामीणों का हत्या माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर गला रेतकर कर दिया था।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons