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रंजीत हत्याकांड में मुख्य गुनहगार को छोड़ने पर गिरिडीह पुलिस है सवालों के घेरे में तो, राजनीति चमकाने को लेकर इलाके नेताजी पर भी दिख रहा ग्रामीणों का गुस्सा

पहले इंसाफ मांगने थाना पहुंचे युवाओं को थाना प्रभारी के साथ समझाया, तो शाम को कैंडिल मार्च से खुद को रखा दूर

गिरिडीहः
गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस की नाकामी के खिलाफ महेशलुंडी गांव के ग्रामीणों का गुस्सा भड़कता जा रहा है। रविवार की शाम ही ग्रामीणों ने कैंडिल मार्च निकाल कर जहां एक तरफ युवक रंजीत साव को श्रद्धाजंलि अर्पित किया। वहीं रंजीत साव हत्याकांड के मामले में राजनीति चमकाने को लेकर इलाके के एक बड़े राजनीतिक दल कद्दावर नेता के खिलाफ भी ग्रामीणों में गुस्सा साफ तौर पर देखने को मिला। क्योंकि रविवार की सुबह गांव के युवा इंसाफ मांगने थाना पहुंच गए। यहां पहले से इलाके के कद्दावर नेता पुलिस के समक्ष अपनी राजनीति चमकाने के लिए मौजूद थे। इलाके के नेता थाना प्रभारी की कार्रवाई से खुश हो कर तारीफे के पुल बांध रहे थे। इस बीच जब थाना प्रभारी को जब जानकारी मिली, तो वह इलाके के नेता जी के साथ युवाओं से मिलने थाना परिसर पहुंचे। जहां दोनों ने मौके पर कार्रवाई का भरोषा गांव के युवाओं को दिलाया। जबकि देर शाम गांव में कैंडिल मार्च निकाला गया। तो इलाके के नेताजी कैंडिल मार्च से खुद को दूर रखे थे। जबकि थाना में थाना प्रभारी के साथ युुवाओं से मिलकर भरोषा दिलाया कि पुलिस की कार्रवाई चल रही है।

इधर देर शाम महेशलुंडी गांव में निकले कैंडिल मार्च में गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा के साथ समाजसेवी शिवनाथ साव, अनिल गिरि, शिबू साव, विवेक शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा, उत्तम शर्मा समेत काफी संख्या महिलाएं और ग्रामीण शामिल हुई। हाथों में कैंडिल और रंजीत साव को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए हत्याकांड के मुख्य गुनहगार जावेद को फांसी देने का मांग किया। महेशलुंडी से निकल कर कैंडिल मार्च पपरवाटांड मोड़ पहुंच कर समाप्त हुआ।
वैसे तो हत्याकांड में शामिल एक अपराधी मो. मोकिम को पुलिस ने जिस प्रकार नाटकीय तरीके से गिरफ्तार कर प्रेसवार्ता कर अपनी उपलब्धि के लिए पीठ थपथपाया। तो दुसरी तरफ मुफ्फसिल थाना पहुंच कर कहानी गढ़ने वाले मुख्य गुनहगार जावेद को अनदेखा कर थाना से बगैर पूछताछ के जाने दिए जाने पर पुलिस अब खुद भी सवालों के घेरे में है कि आखिर थाना पहुंचे एक आरोपी गुनहगार को बगैर पूछताछ के लिए कैसे जाने दिया गया।

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