भेलवाघाटी में बेटे के शव को पिता ने देखा पेड़ से झूलता हुआ, चंद पलों में ही जंगल में पत्तो से छिपा मिला शव
गिरिडीहः
गिरिडीह के देवरी प्रखंड के नक्सल प्रभावित भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के नाढ़ा गांव के जंगल में पेड़ से लटके युवक का शव मिला। मृतक का पहचान इसी गांव के मोती यादव के 30 वर्षीय बेटे तिलकधारी यादव के रुप में किया गया। गांव के जंगल में पेड़ से तिलकधारी का शव मिलने की सूचना ने लोगों को हैरान कर दिया। अब जिसने भी यह घटना सुनी, वो घटनास्थल की और दौड़ पड़ा। क्योंकि मृतक तिलकधारी का शव पेड़ से लटकते उसे पिता मोती यादव ने ही सबसे पहले देखा। उस वक्त शव घर के समीप एक कटहल के पेड़ से लटका हुआ था। पेड़ से झूलते बेटे के शव को देख पिता ने ही ग्रामीणों के साथ भेलवाघाटी थाना पुलिस को सूचना दिया। लिहाजा, ग्रामीणों के साथ जब भेलवाघाटी थाना की पुलिस घटनास्थल पहुंची, तो नजारा ही उल्टा था। क्योंकि युवक का शव नाढ़ा गांव स्थित मृतक के घर के समीप पेड़ के बजाय जंगल में एक स्थान पर एक गड्डे में पत्तों से छिपा मिला। और यही बात पुलिस को भी परेशान कर रही है कि जब पिता मोती यादव ने देखा तो तिलकधारी का शव पेड़ पर लटका था। और उसकी सूचना पर जब ग्रामीण और पुलिस पहुंचे, तो शव नीचे पत्तों से छिपा था। लिहाजा, पुलिस ने जांच तेज कर दिया है। वैसे पुलिस के शक के दायरे में सबसे पहले उसके पिता मोती यादव ही है। क्योंकि पिता का कहना है कि उसका बेटा तिलकधारी अपने ससुराल में रहता है लेकिन ससुराल में रहकर क्या करता है। इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं। लेकिन गुरुवार की एकाएक वो अपनेे बेटे का शव जंगल में पेड़ से लटकते देखे। और इसके बाद वो दौड़ कर ग्रामीणों और भेलवाघाटी थाना पुलिस को सूचना दिया। मामले को संदिग्ध मानकर पुलिस अब मृतक की पत्नी के बयान के इंतजार है। तो दुसरी तरफ पिता के बयान को भी संदेह के दायरे में रखे हुए है।