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गैंगरैप मामले में गिरिडीह पुलिस के हाईवोल्टेज ड्रामा ने किया उसके नाकामी को उजागर, देर शाम तक पुलिस नहीं पहुंच पाई किसी निष्कर्ष पर, नहीं हो पाया केस तक दर्ज

मामला बेंगाबाद थाना का, लेकिन पीड़िता से दिन भर होता रहा मुफ्फसिल थाना में पूछताछ

दो महिला एसआई के समक्ष दिए पीड़िता के फर्द बयान को पुलिस देख्ती रही संदेह के दायरे में

कभी दो महिला एसआई ने अकेले में की पूछताछ, तो कभी बंद कमरे में हुआ पूछताछ

गिरिडीहः
गैंगरेप के दो गंभीर मामलों में गिरिडीह पुलिस के हाईवोल्टेज ड्रामा ने उसके नाकामी को खुलकर सामने किया है। क्योंकि 24 घंटे के भीतर जिले के दो थाना क्षेत्र में गैंगरैप के दो गंभीर मामले सामने आएं। लेकिन पहले मामले में जब तिसरी थाना पुलिस की छीछालेदर होने लगी, तो तिसरी थाना पुलिस ने दुसरे दिन शनिवार को गैंगरेप के मामले में केस दर्ज किया। और पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भेजा। फिलहाल तिसरी गैंगरेप मामले में पुलिस के पकड़ से आरोपी बाहर बताएं जा रहे है। लेकिन गैंगरेप के दुसरे मामले में गिरिडीह पुलिस के दो थानों ने नाकामी ने सारी हदें पार कर दिया। और शनिवार को मुफफ्सिल थाना में सारा दिन सदर एसडीपीओ अनिल सिंह के नेत्तृव मंे पुलिस का हाईवोल्टेज ड्रामा ही चलता रहा है। गैंगरेप की शिकार पीड़िता को मुफ्फसिल थाना ला कर पूछताछ का दौर चलता रहा। जबकि मामला जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के बदवारा गांव का था। लेकिन मामले में पीड़िता से देर शाम तक मुफ्फसिल थाना में पूछताछ होता रहा।


कभी पीड़िता से दो महिला एसआई पूछताछ करती रही। तो कभी मुफ्फसिल थाना प्रभारी के बंद कमरे में महिला एसआई के बीच सदर एसडीपीओ समेत दो थानों के थाना प्रभारी पूछताछ करते रहे। गौर करने वाली बात तो यह भी रही कि पहले जब दो महिला एसआई ने पीड़िता से मुफ्फसिल थाना में पूछताछ की, और उसका फर्द बयान दोनों महिला एसआई ने लिखा भी। जिसमें पीड़िता द्वारा चार आरोपियों द्वारा गैंगरेप की बात बताई गई। लेकिन यहां भी पुलिस ने पीड़िता के दिए बयान को संदेह के दायरे में रखकर देर शाम तक पूछताछ ही करती रही। जबकि पुलिस सूत्र यह भी बता रहे है कि मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसके बाद भी दो थानों की पुलिस देर शाम तक किसी निष्कर्ष में नहीं पहुंच पा रही थी। क्योंकि पीड़िता सुबह करीब सात बजे जब बदवारा गांव स्थित पतरो नदी के समीप बेसुध अवस्था में मिली। तो जानकारी मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ तक वहां जुट गई। इस बीच जानकारी मिलने के बाद बेंगाबाद थाना के ही एक अधिकारी भी वर्दी में पुलिस जवानों के साथ पहुंचे थे। जहां पुलिस पदाधिकारी ने भी महिला की हालत देखा, जो कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी।


इसके बाद भी मुफ्फसिल और बेंगाबाद थाना पुलिस समेत वरीय अधिकारी पीड़िता के दिए फर्द बयान और पूछताछ को संदेह के घेरे में रखते रहे। वैसे देर शाम तक ही मामले में कोई पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं थे, कि पीड़िता ने किन-किन लोगों पर गैंगरेप में शामिल होने का आरोप लगाई है, और आरोपियों ने किस प्रकार घटना को अंजाम दिया। या पीड़िता चारों आरोपियों में किसी को पहचानती है या नहीं। जानकारी के अनुसार दो महिलाएं देवघर के एम्स से इलाज कराकर जिले के गांवा के पटना गांव लौट रही थी। दोनों ऑटो से वापस लौट रही थी कि अचानक तेज बारिश के कारण ऑटो ने आगे जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों को एक बोलेरो गाड़ी ने लिफ्ट देने के बहाने बिठाया। और चार आरोपियों द्वारा मामले में सामूहिक दुष्कर्म की बात कही गई। जबकि दुसरे दिन शनिवार की सुबह पीड़िता अकेले ही पतरो नदी के समीप ग्रामीणों को बेसुध अवस्था में मिली। इस दौरान महिला के समीप कई समान भी वहां मौजूद थे।

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