डाबर से चेरवा तक हो रहे सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही है भारी अनियमितता
- ग्रामीणों ने उपायुक्त व विभागीय अधिकारियों से संवेदक के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
गिरिडीह। जिले के तिसरी प्रंखड में डाबर से चेरवा भाया जोड़सीमार तक कालीकरण व पीसीसी निर्माण कार्य आर्यो द्वारा कराया जा रहा है। जिसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है। निर्माण कार्य घटिया व मनमाने तरीके से कराए जाने के वजह से स्थानीय ग्रामीणों काफी आक्रोश है। ग्रामीणों की माने तो संवेदक के द्वारा सड़क कालीकरण में सुधार व गुणवत्ता से निर्माण करने की दबाव बनाने पर झूठे मुकदमा में फंसाए जाने की धमकी भी दी जाती है।
इस संबंध में अजय यादव, पंकज यादव, कमलेश यादव सहित अन्य ग्रामिणों ने कहा कि एक किमी तक कालीकरण सड़क निर्माण घटिया तरीका से किया गया है। निर्माण के दो दिन में पीच चपरी की तरह उखड़ने लगा है। सड़क पर कालीकरण की गई पिच को उखाड़ कर भी ग्रामीण ने दिखा दिया। कहा कि शिकायत करने के बाद भी निर्माण स्थल पर सबंधित अधिकारी व कर्मी नही आते है, जिससे संवेदक का मनोबल बढ़ा हुआ है। यहां तक कि योजना स्थल पर कोई बोर्ड भी नही लगाया गया है। ग्रामीणो ने उपायुक्त से उक्त सड़क निर्माण में बरती जा रही अनियमितता की जांच की मांग करते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही निर्माणधीन सड़क की गुणवत्ता की जांच नही की गई तो वेलोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इधर सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने भी संवेदक पर काम करने के बाद भी एक सप्ताह से मजदूरी नही देने का आरोप लगाया है। मजदूर कारू राय ने कहा कि 12 मजदूर काम कर रहे है महिला मजदूर को सवा तीन सौ ओर पुरुष मजदूर को 400 रुपया मजदूरी पर रखा गया है।
आर्यो के जेई ने कहा कि सड़क के कालीकरण कार्य करने में अगर गड़बड़ी है तो इसकी जांच की जायेगी। अगर जांच में अनियमितता पाई जाती है तो संवेदक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।