गिरिडीह की सेविका-सहायिकाओं ने किया शिक्षा मंत्री समेत दोनांे विधायकों को सम्मानित, जताई हेमंत सरकार का आभार
मंत्री ने कहा भाजपा सरकार ने चलाई थी लाठी, हेमंत सरकार ने दिया सम्मान
गिरिडीहः
सेविका-सहायिका के नियमावली की स्वीकृति और मानेदय में हुए वृद्धि को लेकर शनिवार को गिरिडीह नगर भवन में आभार व्यक्त कार्यक्रम का आयोजन हुआ। सेविका-सहायिका संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सूबे के शिक्षा मंत्री जगरन्नाथ महतो, सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और गांडेय विधायक डा. सरफराज अहमद भी शामिल हुए। आभार व्यक्त कार्यक्रम के दौरान जिले भर की सेविका-सहायिकाएं जुटी, और मानदेय में वृद्धि के साथ नियमावली की स्वीकृति दिए जाने से उत्साहित सेविका-सहायिकाओं ने हेमंत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री महतो के साथ सदर और गांडेय विधायक को माला पहनाकर सम्मानित किया। पूरा नगर भवन सेविका-सहायिकाओं से भरा हुआ था। हर एक सेविका-सहायिकाएं उत्साहित भी दिखी। मौके पर शिक्षा मंत्री महतो ने कहा कि हेमंत सरकार ने कोई मानदेय नहीं बढ़ाया। बल्कि, राज्य की महिलाओं का सम्मान किया। जो कार्य भाजपा नहीं कर पाई, वो हेमंत सरकार ने कर दिखाया। संबोधन के क्रम में शिक्षा मंत्री महतो ने पीएम मोदी और भाजपा पर तंज भी खूब कसा, और कहा कि पीएम महिलाओं को सम्मान देने की बात करते है। और दुसरी तरफ इसी भाजपा सरकार में सेविका-सहायिकाओं पर लाठी चलवाया था। लेकिन उनका मानना है कि अब भी सेविका-सहायिकाओं को उनका अधिकार नहीं मिला है। क्योंकि उनकी मेहनत काफी अधिक है।

इस दौरान सदर विधायक सोनू ने कहा कि हेमंत सरकार ने राज्य की बहनों को उनका अधिकार देने का काम किया है। और मूलमंत्र हेमंत सरकार का रहा है। एक बेहतर राज्य और उसके विकास में महिलाओं का योगदान भरपूर है। सदर विधायक सोनू ने भी संबोधन के क्रम में भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि रघुवर सरकार रही। तो महिलाओं को उनका अधिकार तो नहीं दे पाई। लेकिन हक मांगने पर लाठी जरुर चला। मौके पर गांडेय विधायक डा. सरफराज अहमद ने भी भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि बहुमत नहीं है लेकिन हेमंत सरकार को अस्थिर करने पर भाजपा जरुर जुटी हुई है। तो दुसरी तरफ कर्मचारी से लेकर एक-एक भाजपा समर्थक भी हेमंत सरकार के कार्यकाल की तारीफ कर रहे है। इधर आभार व्यक्त कार्यक्रम के दौरान कर्मचारी नेता अशोक सिंह, अशोक सिंह नयन, सेविका-सहायिका संघ की देंवती देवी, रेखा मंडल, गुड़िया देवी, विरमा कुमारी, कुमारी तनूजा, अंशुलता स्वरुप समेत काफी संख्या में सेविका-सहायिकाएं मौजूद थी।