गिरिडीह नगर निगम का प्रस्तावित नया आलीशन भवन बनना है, कार्यालय को शिफ्ट किए जाने के कारण पिछले एक सप्ताह से आपसी नुक्ताचीनी का दौर जारी
एक सप्ताह में भी निगम बोर्ड के साथ प्रशासन नहीं ले सका है कोई निर्णय, गुरुवार को सहमति बनने की उम्मीद
गिरिडीहः
गिरिडीह नगर निगम एक बार फिर सुर्खियों में है। और वह भी पूरे निगम कार्यालय को दुसरे स्थान पर शिफ्ट किए जाने के कारण। क्योंकि दशकों पुराने नगर निगम के जर्जर भवन को तोड़कर 10 हजार वर्गफीट पर करीब 24 करोड़ के लागत से चार मंजिला भव्य और आलीशान बिल्डिंग तीन सालों में बनना है। जिसका टेंडर भी जुडको द्वारा किया गया, और टेंडर राज्य के सबसे बड़े संवेदक निरंजन राॅय कंस्ट्रक्शन कंपनी ने लिया है। लिहाजा, पुराने बिल्डिंग में कार्यरत निगम कार्यालय को शिफ्ट करने की बात कही जा रही है। लेकिन शिफ्ट कहां होना है इसका निर्णय नगर निगम के साथ प्रशासन भी नहीं ले पा रहा है। इस बीच पिछले एक सप्ताह से इसी बात को लेकर निगम प्रशासन के साथ इसके कर्मियों और स्थानीय प्रशासन में आपसी नुक्ताचीनी का दौर अब भी जारी है। क्योंकि निगम कर्मियों ने अगले तीन सालों के लिए कार्यालय के संचालन के लिए पांच बड़े हाॅल समेत 20 कमरों का मांग कर दिया है। जिसमें शौचालय और पेयजल की सुविधा हो। निगम के कर्मी लखन हरिजन और मृत्युजंय सिंह ने डिप्टी महापौर प्रकाश सेठ और उपनगर आयुक्त रोहित सिन्हा के समक्ष पुराने समाहरणालय भवन के साथ शहर के बड़ा चाौक स्थित पुराने सर्किट का भी सुझाव दिया है। वहीं कुछ प्रशासनिक पदाधिकारी इस दिशा में प्रयासरत है कि पूरे निगम कार्यालय को शहर के पुराना जेल परिसर स्थित किसी खाली पड़े कार्यालय में शिफ्ट कर दिया जाएं। लेकिन निगम के कर्मियों का तर्क है कि पुराना जेल परिसर स्थित किसी कार्यालय में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में तीन साल तक वहां निगम कार्यालय नहीं चल सकता।
फिलहाल शिफ्ट किए जाने को लेकर कोई फैसला नहीं होने के कारण अब परेशानी में संवेदक निरंजन राय कंस्ट्रक्शन पड़ चुका है। वो पुराने बिल्डिंग को तोड़ना और नए बिल्डिंग का निर्माण कैसे शुरु करें। वैसे आपसी नुक्ताचीनी के बीच यह भी बात निकल सामने आई कि पुराने सर्किट के कई कमरों में अक्सर पुलिस पदाधिकारी और जवानों का ठहराव होता रहता है। तो फिलहाल पुराने सर्किअ हाउस पर संशय बना हुआ है। तो दुसरी तरफ पुराने समाहरणालय भवन में ही सदर एसडीएम कार्यालय संचालित के साथ रिकार्ड रुम संचालित है। वैसे इस मामले में जब डीसी नमन प्रियेश लकड़ा से जानकारी ली गई तो डीसी ने कहा कि गुरुवार तक संभवत निगम कार्यालय को शहर के इंडोर स्टेडियम और जनसंपर्क कार्यालय में खाली पड़े कार्यालय में शिफ्ट किए जाने पर सहमति बन सकती है। बुधवार की शाम तक दोनों स्थानों का निरीक्षण कर लिया जाएगा।