गिरिडीह फरोगे-ए-तहरीक ने किया बोड़ो में क्रांफेस का आयोजन, मदरसा बोर्ड के गठन नहीं होने पर जताई नाराजगी
मंत्री हफीजुल समेत दोनों विधायक हुए शामिल, विधायक सोनू ने कहा हेमंत सरकार उर्दु को दे रही सम्मान
गिरिडीहः
शहर के बोड़ो में फरोगे-ए-तहरीक के बैनर तले सोमवार को क्रांफेस का आयोजन किया गया। क्रांफेस में सूबे पर्यटन सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन, गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और गांडेय विधायक सरफराज अहमद समेत कांग्रेस नेता नेसाब अहमद, झामुमो नेता इरशाद अहमद वारिष समेत कई शामिल हुए। बोड़ो में आयोजित क्रांफेस को संबोधित करते हुए मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि उर्द भाषा को लेकर राज्य में कुछ समस्याएं उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। मंत्री हफीजुल ने उर्दु को राष्ट्रभाषा हिंदी का दिल बताते हुए कहा कि हिंदी भाषा का इस्तेमाल देश में सर्वाधिक होता है तो उर्दु भाषा भी लोगों के जुंबा पर ही है। ऐसे में उर्दु को लेकर जो परेशानी है उसे दूर किया जाएगा। मौके पर क्रांफेस को संबोधित करते हुए सदर विधायक सोनू ने हिंदी और उर्दु को आपस में बहन बताते हुए कहा कि देश के विकास में दोनों भाषाओं का महत्व है। सदर विधायक सोनू ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार जितना महत्व हिंदी को देती है। उतना ही उर्दु को भी। तो ऐसे में तय है कि आने वाले वक्त में इस भाषा को लेकर होने वाली परेशानी को हर हाल में दूर किया जाएगा।
वहीं क्रांफेस में राज्य छात्र संघ के अध्यक्ष एस. अली ने अब तक के सभी राज्य सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उर्दु अकादमी मदरसा बोर्ड का गठन अब तक नहीं किया गया। ऐसे में अब मुस्लिम समुदाय को हेमंत सरकार से ही उम्मीद है कि अकादमी मदरसा बोर्ड का गठन होगा। इस बीच क्रांफेस को मुफ्ती सईद नूर अहमद, मो. नसीम चांद रशीद ने भी संबोधित किया। जबकि क्रांफेस में मो. मुस्तकीम, मो. नौशाद, सब्बीर आलम और मास्टर अख्तर समेत कई मौजूद थे।