गिरिडीह सीसीएल के ओपेनकाॅस्ट खदान में हर रोज होता है नौ सौ टन कोयले का उत्पादन, 30 फीसदी कोयले की हो रही है चोरी
पुलिस, इलाके के सफेदफोश पाॅलिटिशियन और सीसीएल प्रबंधन के काॅकटेल का रिजल्ट है उत्पादन से हो रहा कोयला चोरी
मलबे से नहीं निकला किसी मृत का शव, नहीं रुकती है कोयला चोरी, तो होता है भूधंसान की घटना
गिरिडीहः
मंगलवार की सुबह गिरिडीह सीसीएल इलाके के लोगों की नींद ओपेनकाॅस्ट खदान के फेस में हुए भूधंसान की घटना से खुली। हालांकि भूधंसान की यह घटना बीतें रात में ही होने की बात सामने आई है। लेकिन मंगलवार की सुबह इलाके में आग की तरफ फैली। तो सीसीएल प्रबंधन के ओपेनकाॅस्ट प्रबंधक अनिल दास समेत अन्य कर्मी अपना इज्जत बचाने ओपेनकाॅस्ट खदान के फेस पहुंचे। तब तक काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट चुकी थी। इस दौरान जानकारी मिली कि खदान के जिस फेस में भूधंसान की घटना हुई है। वह उस नरेन्द्रपुर गांव के कई ग्रामीण और परिजन भी पहुंचे थे। जिसकी मौत फेस में चाल धंसने के दौरान होने की बात कही गई। यही नही घटना के बाद घटनास्थल में कुछ और लोगों के दबने का भी चर्चा हुआ। लिहाजा, अपने दोष छिपाने के लिए सीसीएल प्रबंधन एक के बाद एक कई पोकलेन मशीन से घटनास्थल में शव निकालने के लिए जुट गया। तमाम प्रयास के बाद भी मृतक का शव नहीं मिला। बहरहाल, यह तो मंगलवार को हुए घटना के बाद की कहानी है।
लेकिन ओपेन काॅस्ट खदान के कई स्थानों से सीसीएल प्रबंधन, सुरक्षा पदाधिकारी और मुफ्फसिल थाना पुलिस के साथ इलाके के कई सफेदफोश नेताओं के संरक्षण में कोयले की चोरी होती है। क्योंकि सोमवार की रात भी जिस वक्त घटना हुआ। उस वक्त भी खदान में हर शाम की तरह कोयला खनन का काम चल रहा था। इसके बाद भी तस्कर बेखौफ हो कर कोयला चोरी करने के लिए घुसे। लेकिन बाहर नहीं निकल पाएं। वैसे तो ओपेन काॅस्ट में हो रहे कोयला चोरी को कोई नई बात नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि सीसीएल प्रबंधन, सिक्यूरिटी पदाधिकारी व मुफ्फसिल थाना पुलिस के साथ इलाके के सफेदफोश पाॅलिटिशियन का काॅकटेल का रिजल्ट ही ओपेनकाॅस्ट खदान से हो रहा कोयला चोरी।
ओपेनकाॅस्ट में कोयला तस्करों को मिलते संरक्षण का परिणाम है कि हर रोज शाम और रात को हजारों की संख्या में आसपास के कोयला चोरों का जमावड़ा लगता है। और खुलेआम कोयलों की चोरी होती है। यही कारण पूरे खदान में सैकड़ो की संख्या में गुफानुमा खंता कोयला चोरों ने बना दिया है। जहां से कोयले की चोरी हो रही है। हैरान करने वाली बात तो यह भी है कि हर रोज इस खदान से आठ सौ से नौ सौ टन कोयले का उत्पाद अगर सीसीएल प्रबंधन करता है। तो 30 फीसदी के करीब कोयले की चोरी इलाके के कोयला चोर कर ले रहे है। अहले सुबह ही बैलगाड़ियों और बाईकों में ढो कर कोयला चोरी कर तस्करों को जाते देखा जा सकता है।