आठ महिने से थी खड़ी चोरी की बाईक, मालिक को सौंपा
कोडरमा। पिछले आठ माह से कोडरमा रेलवे स्टेशन पार्किंग एरिया में खड़े चोरी के मोटरसाईकिल को रविवार को उसके मालिक के सुपुर्द कर दिया गया। बताया गया कि आरपीएफ के द्वारा रविवार को रेलवे स्टेशन के पार्किंग एरिया में औचक गश्ती की जा रही थी। गश्ती में पार्किंग में रखे बाइकों को भी चेक किया गया। इसी दौरान निरीक्षक प्रभारी की नजर JH-01DV 3416 नम्बर के एक बाइक पर पड़ी। जांच में उक्त बाइक के चोरी हो जाने की बात सामने आई। जिसके बाद बाइक के मालिक को बुलाकर बाइक उसके सुपुर्द किया गया।
नम्बर प्लेट था बदला
रेलवे स्टेशन पार्किंग एरिया में खड़े JH-01DV 3416 नम्बर के बाइक पर काफी धूल जमी थी। जिसके बाद शक होने पर निरीक्षक प्रभारी ने पार्किंग एजेन्ट मोनू कुमार से बाइक के संबंध में पूछताछ की। पूछताछ में मोनू ने बताया कि यह बाइक विगत 08 माह से पार्किंग में पड़ा हुआ है। बताया कि इसे लेने आजतक कोई भी नही आया है। जिसके बाद डीटीओ से समन्वय कर उक्त बाइक का स्र्कीनिंग रिपोर्ट निकाला गया। रिपोर्ट में बाइक मालिक की पहचान चिरैयाघाट रोड बरमसिया निवासी कन्हाई चन्द्र मिश्रा के पुत्र अनिश मिश्रा के रूप में हुई। अनीश के मोबाइल नम्बर निकालकर जब बाइक की जानकारी मांगी गई तो अनीश द्वारा बताया गया कि उक्त पंजीयन की बाइक उसके पास ही होने की बात कही गई। जिसके बाद पुनः निरीक्षक प्रभारी द्वारा उक्त मोटरसाईकिल पर अंकित चेचिस व इंजन संख्या के माध्यम से बाइक मालिक की पहचान बिहार के पूर्णिया जिले के मोहनी थाना क्षेत्र निवासी प्रकाश कुमार यादव के पुत्र हिमांशु शेखर के रूप में हुई। हिमांशु के मोबाइल पर सम्पर्क करने के बाद बाइक के चोरी होने की बात पता चली।
आठ माह पूर्व ही हुई थी चोरी
बाइक मालिक हिमांशु शेखर (19) ने बताया कि दिनांक 11.11.2020 को उसके घर के दरवाजे से उसकी मोटरसाईकिल चोरी हो गई थी। जिसके बाबत उन्होंने स्थानीय थाना कसबा पूर्णिया में मुकदमा अपराध सं0 155/2020 दिनांक 13.11.2020 अंतर्गत धारा 379 IPC पंजीकृत करवाया गया है। जानकारी मिलने के बाद हिमांशु शेखर अपने पिता के साथ रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट कोडरमा पहुंचे तथा अपनी पल्सर 150 सीसी मोटरसाईकिल की पहचान की। जिसके बाद निरीक्षक प्रभारी ने आवश्यक पूछताछ व कागजों के सत्यापन के बाद मोटरसाईकिल हिमांशु शेखर को सुपुर्द किया। साथ ही इसकी सूचना स्थानीय थाना कसबा व इन्सुरेन्स कम्पनी को देने के निर्देश दिए।