चार करोड़ 91 लाख में हुई गिरिडीह के चार शराब दुकानों की नीलामी
स्थानीय सिडिकेंट का रहा दबदबा, दो दुकान स्थानीय को, तो दो बिहार के कारोबारी के नाम
कोरोना के कारण कारोबार हुआ प्रभावित
गिरिडीहः
गिरिडीह जिले के चार शराब दुकानों की बंदोबस्ती सोमवार को ई-लाॅटरी के माध्यम से किया गया। इन दुकानों की नीलामी से ही राज्य सरकार को चार करोड़ 91 लाख का राजस्व मिला। जबकि जिले के 32 शराब दुकानों की नीलामी अभी होना बाकी है। समाहरणालय सभा कक्ष में हुए ई-र्लाटरी की प्रकिया के दौरान उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार के साथ कई आवेदक भी जुटे थे। लेकिन चार शराब दुकानों के नीलामी में जिले के लोकल सिडिकेंट का वर्चस्व रहा। क्योंकि दो दुकानों की खरीदारी गिरिडीह के ही रवि कुमार ने किया। ई-लाॅटरी में ये दोनों दुकान रवि कुमार के नाम निकला। जिसमें सदर प्रखंड के पपवराटांड और बिरनी के दुकान शामिल है। वहीं दो अन्य दुकान के संचालक बिहार के बिहार के शरीफ के राजकुमार गुप्ता और मुन्ना गुप्ता बनें। इनमें देवरी के चतरो की शराब दुकान जहां राजकुमार गुप्ता के नाम पर उठी। तो जमुआ के मिर्जांगज की दुकान के संचालक मुन्ना गुप्ता बनें। इधर उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार ने स्पस्ट किया कि जल्द ही 32 और दुकानों की नीलामी की प्रकिया इसी ई-लाॅटरी के माध्यम से कराया जाएगा। जिसमें छह देशी तो 10 विदेशी और 20 कंपोजिट शराब दुकान शामिल है। हालांकि इन चार दुकानों के नीलामी को लेकर उत्पाद विभाग जो उम्मीद लगाएं था। वह फिलहाल पूरा नहीं हुआ। क्योंकि चार दुकानों के नीलामी के लिए सिर्फ आठ आवेदन ही ई-लाॅटरी की प्रकिया में डाले गए थे। वैसे उत्पाद अधीक्षक की मानें तो कोरोना के कारण पिछले एक साल में जिले में शराब की ब्रिकी में काफी गिरावट आई है। लिहाजा, पहले की तरह अब शराब दुकानों के नीलामी को लेकर लोगों में उतना उत्साह नहीं रह गया है। यही वजह है कि चार दुकानों का नीलामी हुआ। तो महज आठ आवेदन आएं। और चार करोड़ 91 लाख का राजस्व आया।