असहाय व गरीबों के लिए उपायुक्त ने की फूड बैंक की स्थापना
कोडरमा। कोविड आपदा के दौरान जिले के अनेक लोगों की आर्थिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में आवश्यक सेवा को छोड़कर सभी दुकानें एवं अन्य सेवाएं बंद हैं। ऐसे में कई लोगों के आय पर भी गहरा असर पड़ा है। ऐसी परिस्थिति को देखते हुए उपायुक्त रमेश घोलप ने जन सहयोग की सहायता से समाहरणालय में जिला फूड बैंक की स्थापना की है। उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौरान जिले के स्वयंसेवी संस्था के साथ साथ अन्य समाजसेवी वर्ग के लोगों ने गरीब लाचार और असहाय वर्ग के लोगों तक भोजन पदार्थ पहुंचाने की इच्छा जताई है। जिला प्रशासन ने इसके लिए जिला स्तरीय फूड बैंक की स्थापना की है। जहाँ लोग स्वेच्छा से अपना सहयोग दे सकते हैं। इन फूड पैकेटों को संज्ञान में आये जरूरत मंदों तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही कुछ पैकेट प्रखंडों के विकास पदाधिकारियों को दी जाएगी ताकि वे भी अपने अपने क्षेत्र के असहाय और जरूरत मंदों तक सीधे सहायता पहुंचा सकें। उपायुक्त ने बताया कि उनका यह प्रयास है कि इस आपदा के दौरान कोई भी गरीब भूखा न सोये।
फूड पैकेट में क्या क्या होगा
फूड पैकेट में साधारणतः 3 किलो चावल, 3 किलो आटा, 750 ग्राम दाल, सोयाबीन या चना 1 किलो, 1 पैकेट नामक, 200 ग्राम सरसो तेल, 1 पैकेट हल्दी, 100 ग्राम मसाला के साथ साथ कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क रहेगा। वहीं रोटरी क्लब द्वारा 50 पैकेट और माइंस एसोसिएशन के द्वारा 370 फूड पैकेट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया गया।
ये थे मौजूद
फूड बैंक के उद्घाटन के मौके पर मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त कोडरमा आर रोनिटा, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, डायरेक्टर डीआरडीए नेलशम इयोन बागे, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर मुख्य रूप से उपस्थित थे।