संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के पूर्व अभ्यर्थियों ने माले विधायक के नाम सौंपा ज्ञापन
- उम्र सीमा में छूट देने की मांग कर विधायक से सहयोग की लगाई गुहार
गिरिडीह। 2016 में झारखंड सामान्य स्नातक योग्यता धारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा दे चुके अभ्यर्थियों ने पुनः आयोजित की जा रही परीक्षा में उम्र सीमा में छूट की मांग को लेकर माले विधायक विनोद सिंह के नाम पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव तथा गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा को एक ज्ञापन देकर मदद की गुहार लगाई है। उस समय यह परीक्षा तकनीकी कारणों से रद्द हो गई थी। जिसके वजह से वेलोग उम्र सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे है।
उक्त परीक्षा के पूर्व अभ्यर्थियों ने कहा कि, वे सभी इसकी प्रारंभिक परीक्षा में बैठकर पास कर चुके हैं। लेकिन उस समय कुछ तकनीकी कारणों से हाईकोर्ट के आदेश से परीक्षा रद्द कर इसे पुनः आयोजित करने को कहा गया था। इसी आधार पर 2019 में पुनः परीक्षा आयोजित की गई। परंतु स्थानीयता नीति के कारण एक बार फिर परीक्षा रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश हुआ है। अब जबकि 2021 में परीक्षा आयोजित हो रही है, तो अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र की सीमा 2010 की जगह 2021 कर दिए जाने से वे पुराने अभ्यर्थी परीक्षा में नहीं बैठ पा रहे हैं जो 2016 की परीक्षा देकर पास कर चुके थे। इसलिए पूर्व के अभ्यर्थियों ने उनके लिए अधिकतम उम्र सीमा 2010 ही रखने की मांग की है।
इधर माले नेताओं ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बगोदर विधायक विनोद सिंह इस मामले में हर संभव मदद अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। कहा कि सरकार की लापरवाही का खामियाजा झारखंड राज्य के युवाओं को भुगतना पड़ रहा है, जो सरासर गलत है। इस मामले में पूरे राज्य के हजारों पढ़े-लिखे नौजवान प्रभावित हो रहे हैं। इसलिए सरकार को इसे संज्ञान में लेकर तत्काल ही कोई रास्ता निकालना चाहिए।
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से आशीष कुमार, रुपेश कुमार बख्शी, सर्वेश लाल, युगल प्रसाद महतो, जयप्रकाश नारायण, जीबलाल महतो समेत अन्य थे।