जिला कमेटी की बैठक में मुद्रा राइस मिल प्रकरण में पार्टी नेताओं पर हुए केस की गई निंदा
- साजिश के तहत झूठा केस करने का लगाया आरोप, जोरदार आंदोलन का निर्णय
- मृतक मजदूर के परिजनों व आला अधिकारियों से मिलेगा पार्टी का प्रतिनिधि मंडल
- कोविड के कारण 16 जनवरी को नहीं होगा काई बड़ा कार्यक्रम
गिरिडीह। बगोदर स्थित महेंद्र सिंह स्मृति भवन में भाकपा माले की जिला कमेटी की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव पूरण महतो ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के राज्य सचिव मनोज भक्त मौजूद थे। बैठक में मौजूद पार्टी विधायक विनोद सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव, वरिष्ठ नेता सीताराम सिंह समेत अन्य ने मुद्रा राइस मिल प्रकरण में पार्टी नेता राजेश यादव तथा राजेश सिन्हा के ऊपर एक राजनीतिक साजिश के तहत दर्ज की गई प्राथमिकी के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए जिला स्तर पर आंदोलन चलाने का निर्णय लिया।
पार्टी नेताओं ने मामले की निंदा करते हुए कहा कि, माले नेता लंबे समय से गिरिडीह के फैक्ट्री इलाके में मजदूरों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ तथा उनकी मौत के मामले में हक अधिकार और मुआवजे की लड़ाई लड़ते रहे हैं, इसलिए पूंजी पतियों के साथ सफेदपोश नेताओं की सांठगांठ के बल पर जिला पुलिस प्रशासन की उक्त कार्रवाई की गई है। जिला कमेटी की ओर से यह निर्णय लिया गया कि, इस मामले में मृतक मजदूर सद्दाम के परिवार जनों के साथ पार्टी की जिला स्तरीय टीम एक मुलाकात करेगी, जिसमें पार्टी विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल होंगे। परिजनों से मिलने के अलावे पार्टी की टीम जिले के आला अधिकारियों से भी मुलाकात कर मामले की सच्चाई से अवगत कराएगी।
कहा कि, राइस मिल फैक्ट्री में कार्यरत मजदूर मो. सद्दाम की मौत के बाद परिजनों तथा स्थानीय लोगों के आग्रह पर माले नेता राजेश यादव तथा राजेश सिन्हा ने वहां जाकर मुआवजे के लिए राइस मिल के समक्ष शांतिपूर्ण आंदोलन का नेतृत्व किया। कुछ दिन पूर्व इसी फैक्ट्री में हुए आंदोलन के बल पर एक मृतक मजदूर के परिजनों को 20 लाख 70 हजार रूपये मुआवजा दिलवाया गया था। कहा कि सद्दाम की उम्र के हिसाब से मुआवजा करीब 16 लाख से भी अधिक बनता है। लेकिन राइस मिल मालिक तथा उनके साथ सांठगांठ करने वालों की साजिश के कारण मुआवजा मात्र 11 लाख 25 हजार ही मिला। मुआवजे के नाम पर मृतक के परिजनों को बरगलाने का यह मुद्दा भी अहम है।
इधर, इस मामले में पार्टी नेता राजेश यादव राजेश सिन्हा ने कहा कि, इस तरह के झूठे केस मुकदमों से वे डरने वाले नहीं हैं। कहा कि, पिछले दिनों गिरिडीह कोलियरी में एमपीएल कंपनी को कोयला भेजे जाने का भी पार्टी ने बढ़ चढ़कर विरोध किया था। जिसके बाद आदेशानुसार एमपीएल को कोयला भेजा जाना बंद हुआ। इससे हुए करोड़ों के नुकसान से भी सफेदपोश माफियाओं की आंख की वे किरकिरी बने हुए थे। कहा कि, फैक्ट्री मालिकों की मनमानी और मजदूरों के शोषण के मुद्दे पर उनकी पार्टी का आंदोलन और तेज होगा जिसकी शुरुआत मुद्रा राइस मिल से ही की जाएगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोविड के मौजूदा दौर को देखते हुए 16 जनवरी, कॉ. महेंद्र सिंह शहादत दिवस पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा, बल्कि इसके लिए विकेंद्रित रूप से जगह जगह संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
बैठक में पार्टी नेता परमेश्वर महतो, भोला मंडल, मनोज पांडे, पवन महतो, जयंती चौधरी, पूनम महतो, विजय पांडे, अशोक पासवान, सरिता साव, मनोवर हसन बंटी, मेहताब अली मिर्जा, शिवनंदन यादव, पप्पू खान, प्रीति भाष्कर, अशोक मिस्त्री, मुन्ना मिस्त्री, लालमणि यादव, सरिता महतो, कयूम अंसारी, मुस्तकीम अंसारी समेत अन्य मौजूद थे।