शहर के बरवाडीह कब्रिस्तान में मार्केट निर्माण के विवाद ने पकड़ा तूल, प्रशासन को आवेदन देकर किया कार्रवाई की मांग
गिरिडीहः
शहर के बरवाडीह में मुस्लिम समुदाय के धार्मिक स्थल कब्रिस्तान का स्वरुप बदल कर मार्केट निर्माण किए जाने का विरोध स्थानीय लोगों द्वारा किया गया। कब्रिस्तान के बाहर मार्केट बनाकर दुकान देने को लेकर मुहल्ले के स्थानीय निरंजन गुप्ता, जयराज गुप्ता समेत कई लोगों ने आपति जताया है। स्थानीय लोगों ने कब्रिस्तान की भूमि पर मार्केट निर्माण के विरोध में डीसी राहुल सिन्हा समेत सीओ और गिरिडीह नगर निगम को भी आवेदन देकर जांच का मांग किया है। विरोध करने वालों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब कब्रिस्तान को सरकारी सहयोग दिया जाता है। तो उसका स्वरुप बदलना कहां तक उचित है। जबकि कब्रिस्तान के बाहर पहले से कई दुकान है। जिसमें कई लोग सालों से रहकर अपना जीवन-यापन कर रहे है। विरोध करने वालों ने कब्रिस्तान के जीएम लैंड पर गलत तरीके से दुकान निर्माण करने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विरोध करने वालों ने यह भी कहा कि कब्रिस्तान के भीतर कई वृक्ष लगे हुए थे। मार्केट निर्माण करने के कारण कब्रिस्तान कमेटी द्वारा उन पेड़ांे की कटाई भी कराया जा रहा है।

इधर स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किए जाने की जानकारी मिलने पर कब्रिस्तान का देख-रेख करने वाले अंजुमन कमेटी के सदस्य मो. तौकिफ भी वहां पहुंचे। तो एक दुकानदार कमल ठाकुर पर भड़क उठे। इस दौरान भड़कते हुए कमेटी के सदस्य मो. तौफिक ने कमल ठाकुर पर कहा कि सालों से वो जिस प्रकार कब्रिस्तान के बाहर दुकान चला रहा था। अब दुसरे दिन से उसे कोई दुकान लगाने की जगह नहीं दिया जाएगा। अंजुमन कमेटी के सदस्य तौफिक का कहना था कि कमल ठाकुर भी गलत आरोप लगा रहे है। जबकि हकीकत यह है कि कब्रिस्तान एक धार्मिक संस्था है। जिसके डेवलमेंट और देख-रेख के लिए फंड की जरुरत पड़ती रहती है। लिहाजा, फंड की उपलब्धता के लिए कब्रिस्तान के अंजुमन कमेटी ने कब्रिस्तान के बाहर मार्केट निर्माण कराने का निर्णय लिया। कमेटी के सदस्य ने कब्रिस्तान के पेड़ काटने के आरोपों से भी इंकार करते हुए कहा कि कुछ टहनियां लटक गई थी। और टहनियों के कारण बिजली के हाईवोल्टेज तारों को भी खतरा है। जिसे सुरक्षित करने के लिए टहनियों को काटा गया।