द आरवीएस के बच्चों ने क्रिसमस में बनाई ग्रीटिंग्स कार्ड और संता कैप
- द आरवीएस में बच्चों ने क्रिसमस ट्री को सजाया और जिगल बेल की धुन पे थिरके
कोडरमा। रांची पटना रोड झुमरी तिलैया के द रामेश्वर वैली स्कूल में शनिवार को क्रिसमस पर बच्चों के बीच कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्कूल में क्रिसमस सेलीब्रेशन पर बच्चों ने खूब लुत्फ उठाया। कुछ बच्चों ने क्रिसमस ग्रीटिंग, न्यू ईयर ग्रीटिंग तो कुछ बच्चों ने संता कैप को खूबसूरती से बनाया। प्राचार्या रश्मि बरनवाल ने सभी बच्चो के साथ क्रिसमस केक काटा। वहीं निदेशक प्रवीण कुमार बरनवाल द्वारा संता को बुला कर सभी बच्चो को सरप्राइज़ गिफ्ट दिलवाया गया। साथ ही प्राचार्या द्वारा सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं को भी भेट दी गई एवम विद्यालय में कार्यरत सभी नॉन टीचिंग स्टाफ को सर्दी के मौसम में शॉल पहना का सम्मान दिया गया।
प्रधानाचार्या रश्मि प्रवीण बरनवाल ने बताया कि प्रभु यीशु ने जीवनपर्यंत मानवता की शिक्षा दी। 30 वर्ष की आयु तक आते-आते उन्होंने मानवता के कल्याण के लिए काम करना शुरू कर दिया और फिर वह जगह-जगह जाकर लोगों को उपदेश देते थे। मानवता की रक्षा के लिए उन्होंने अपने जीवन का बलिदान कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका स्नेहल ने प्रभु यीशु के जीवन पर कई रोचक जानकारी बच्चों को दी और बताया कि दुनिया भर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में ईसाई समुदाय के लोग क्रिसमस का त्योहार मनाकर अपनी खुशी जाहिर करते हैं। कहते हैं प्रभु यीशु का जन्म गौशाला में हुआ था। घर पे लोग झकिया बनाते है और यीशु की देखभाल करने वाले गडरियों को भी दर्शाया जाता है।
शिक्षिका एकता तिवारी के मार्गदर्शन में गीत एवं संगीतमय माहौल में नृत्य कर बच्चों ने जमकर धमाल भी मचाया। वहीं स्कूल के शिक्षक अनिल कुमार,आकाश कुमार,कोमल,मनाली व श्रुति ने भी क्रिसमस मनाने मे अहम भूमिका निभाई। बच्चो में सुहानी, साक्षी, दीपशिका, प्रिय, दीपक, विकी, श्रुति, अन्वी, रिया, राज नंदन, नामिश, इशिक, श्रेयांश, तेजस, अपराजिता आदि बच्चे शामिल हुए।