धरना से उठाने के लिए कुंजलाल साव का झूठा कोरोना रिपोर्ट बनाकर बगोदर पुलिस के चक्कर फंसा गिरिडीह स्वास्थ विभाग
गिरिडीहः
पुलिस के खिलाफ अनशन पर बैठे कुंजलाल साव को जब गिरिडीह के बगोदर थाना की पुलिस तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं उठा पाई। तो उसे कोरोना संक्रमित कर उठाने का पुलिस ने प्रयास किया। लेकिन पीड़ित का फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाकर स्वास्थ विभाग और पुलिस दोनों ही फंस गई। क्योंकि जिले के डुमरी और बगोदर के स्वास्थ केन्द्र में स्वास्थ कर्मियों ने उसका मेडिकल चेकअप के साथ सैंपल क्लेकनशन किया। तो शनिवार को ही डुमरी रेफरल अस्पताल ने उसका कोविद रिपोर्ट निगेटिव दिया। जबकि बगोदर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पीड़ित कुंजलाल साव को पाॅजिटीव बताते हुए उसका कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटीव दे दिया। लिहाजा, बगोदर पुलिस के चक्कर में अब गिरिडीह स्वास्थ विभाग के दो प्रखंड के स्वास्थ केन्द्र अब खुद ही झूठी रिपोर्ट देने के मामले में बुरी तरह फंस चुके है। लिहाजा, दोनों प्रखंड के स्वास्थ केन्द्रों से मिले फर्जी रिपोर्ट के खिलाफ शनिवार को पीड़ित कुजलाल साव सदर अस्पताल पहुंच कर धरना देने का प्रयास किया। लेकिन सिविल सर्जन आॅफिस से निकल चुके थे। इस दौरान स्वास्थ विभाग के कर्मियों ने पीड़ित कुंज लाल साव को समझा-बुझाकर वहां से वापस लौटा दिया। लेकिन उसे अब तक इंसाफ कहीं नहीं मिला।
दरअसल, पिछले साल मई में पीड़ित कुंजलाल साव ने किसी मामले में बगोदर थाना मंे आॅनलाईन एफआईआर कराया था। थाना में आॅनलाईन केस दर्ज कराने के लिए आॅनलाईन आवेदन जमा करने के बाद भी उसके मामले में केस दर्ज नहीं किया गया। और पिछले कई महीनों से केस नंबर के लिए परेशान पीड़ित कुंजलाल साव को एफआईआर नंबर नहीं मिला। तो परेशान हो कर इस साल छह जनवरी से पीड़ित ने बगोदर में अनशन करने का निर्णय लिया। इस दौरान बगोदर थाना पुलिस ने उसे कई बार वहां से हटाने का प्रसाय किया। लेकिन विफल रहने पर बगोदर थाना ने उसका फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाकर ये हथकंडा अपनाया।