LatestNewsTOP STORIESकोडरमागिरिडीहझारखण्डराँची

कॉमर्स में 99 अंक लाकर बीएनएस डीएवी की रीत कशेरा बनी स्टेट टॉपरए स्कूल प्रबंधन ने मोमेंटो देकर किया गिरिडीह की बेटी को सम्मानित

सफलता पर रीत ने कहा हर स्टूडेंट को होमवर्क में मेहनत करना ही पड़ता है

स्कूल प्रबंधन के साथ माता पिता भी झूमे बेटी के सफलता पर

गिरिडीह
गिरिडीह बीएनएस डीएवी के बारहवीं की छात्रा रीत कशेरा ने वाणिज्य कॉमर्स में 99 प्रतिशत अंक लाकर स्टेट टॉपर होने का गौरव हासिल की। शुक्रवार को जब सीबीएसई बारहवीं का परीक्षा परिणाम जारी हुआ। तो बीएनएस डीएवी से लेकर रीत कषेरा के घर तक खुशी की लहर दौड़ पड़ी। इस स्टेट टॉपर छात्रा को उनके सगे संबंधियों से लेकर दोस्तो के फोन सिर्फ बधाई देने के लिए आने लगे। जबकि रीत के पिता अमित अग्रवाल और मां संगीता अग्रवाल को बीएनएस डीएवी स्कूल से कॉल आया की उनकी बेटी को सम्मनित करने के लिए स्कूल बुलाया गया है। और स्कूल में रीत को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। तो प्रिंसिपल पी हाजरा और कई शिक्षकों ने मिठ्ठाई खिलाकर स्कूल के नाम राज्य स्तर गौरवान्वित करने वाली रीत कसेरा को बधाई भी दी।


रीत की इस बड़े उपलब्धि ने उसके सगे संबंधियों से लेकर उसके स्कूल की दोस्तो को बीच लोकप्रिय बना दिया। लिहाजाए जब उसकी उपलब्धि पर जब न्यूज विंग ने रीत से बात किया तो उसका कहना था की स्कूल के प्रिंसिपल के साथ शिक्षकों की मेहनत का पूरा योगदान रहा। इतना ही उसके माता पिता भी उसकी उपलब्धि के लिए एक बड़े उदाहरण बने। क्योंकि महामारी के कारण ऑनलाइन क्लास से वो थोड़ा भयभीत जरूर हुई। लेकिन उसके माता पिता और प्रिंसिपल ने उसका उत्साह बढ़ाए रखा। रीत ने माना की सफलता के पीछे सारा होमवर्क एक स्टूडेंट के लिए मेहनत ही रहता है। बगैर मेहनत के कोई स्टूडेंट कुछ हासिल नहीं कर सकता। और अब वो चार्टेड अकाउंट बनना चाहती है।


इधर रीत की सफलता पर प्रिंसिपल डा पी हाजरा ने का मानना था की रीत का हर विषय में पढ़ाई बेहतर रहा। क्योंकि इंग्लिश कोर में उसका मार्क्स 97 है तो हिंदी म्यूजिक वोकल में 100 मार्क्स लाई है। जबकि अकाउंटसी में ही रीत ने 9 मार्क्स लाई। और इकोनॉमिक्स में ही रीत का ओवरआल 99 मार्क्स आया है। इस दौरान डीएवी के इस स्टेट टॉपर छात्रा रीत की मां संगीता अग्रवाल के बेटी की इस सफलता पर आंखू में आसू छलक पड़े। तो बेटी की सफलता पर उनकी मां संगीता ने कहा की अब बेटी अपने मुकाम हासिल करने के लिए जिस क्षेत्र को चुनेगीए उसके लिए उनकी और से पूरी आजादी है और बेटी को हर तरह का सहयोग भी किया जाएगा। क्योंकि उनकी बेटी ने सिर्फ स्कूल का ही उनके परिवार का नाम भी रोशन की है।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons