जमीन विवाद के कारण गिरिडीह के शीतलपुर में हिसंक वारदात होते-होते टला, वक्त पर पहुंची पुलिस ने कराया शांत
गिरिडीहः
गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के शीतलपुर में शुक्रवार को जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में हिसंक घटना को पुलिस टालने में पुलिस सफल रही। एक पक्ष के कई लोगों ने दुसरे पक्ष को मारने के लिए धारदार हथियार तक निकाल लिया था। लेकिन ऐन वक्त थाना के एसआई उरांव पुलिस जवानों के साथ पहुंचे। और माहौल को किसी तरह काबू में किया। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद गिरिडीह काॅलेज के समीप पुलिस सहायता केन्द्र के पदाधिकारी प्रमोद प्रसाद भी और पुलिस जवानों को लेकर शीतलपुर पहुंचे। तो माहौल पूरी तरह शांत हुआ। हालांकि पुलिस जवानों के मौजूदगी में ही एक पक्ष के दिलीप यादव समेत उनके बेटों द्वारा दुसरे पक्ष के रतन दास, हरि दास और बिट्टु दास को विवादित प्लाॅट पर काम किए जाने पर हत्या तक करने की धमकी दिया। और विवादित प्लाॅट की मापी करने पर पुलिस से उलझने का प्रयास किया। लेकिन सहायता केन्द्र के एसआई प्रमोद प्रसाद ने जब सख्ती किया। तो दिलीप यादव और उनके दोनों बेटे मापी करने का विरोध किया। इतना ही नहीं एसआई प्रमोद प्रसाद ने दिलीप यादव व उनके बेटों को फटकार लगाया। तो पिता-पुत्र शांत हुए। लेकिन पुलिस और सदर अचंलाधिकारी पर पैसे लेकर जबरन मापी कराने का आरोप जरुर लगा बैठे।
जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के सिरसिया मौजा के खाता नंबर 29 के प्लाॅट नंबर 219 और 595 के नापी का निर्देश अचंलाधिकारी रविभूषण प्रसाद ने अचंल के अमीन प्रदीप राय को दिया। सीओ के निर्देश पर ही अमीन इस प्लाॅट की नापी करने पहुंचे थे। लेकिन नापी से पहले ही दिलीप यादव व उनके बेटों ने विरोध करते हुए सिरसिया मौजा के विवादित प्लाॅट को पुश्तैनी बताते हुए अधिकार जताने लगे। और नापी का विरोध कर दिया। इस बीच मामले की जानकारी जब मुफ्फसिल थाना के एएसआई उरांव को मिली। तो वे घटनास्थल पहुंचे। और पूरे मामले की जानकारी ली। जबकि प्लाॅट को लेकर दुसरे पक्ष के रतन दास व उनके रिश्तेदारों ने कहा कि पूरा प्लाॅट बंदोबस्ती किया हुआ है। जो उनके पूर्वर्जो को मिला था।