रुद्रा फाउंडेशन के एफपीओ कार्यालय में हुई एक दिवसीय समीक्षा सह कार्ययोजना बैठक
- आरोही एफपीओ एवं न्यू फ्रेश बास्केट एफपीओ के कार्यों की की गई सराहना
- बैंक ऋण दे तो सरकार और नाबार्ड के सहयोग से किसानों को बनाया जा सकता है आत्मनिर्भर: डीडीएम
गिरिडीह। शहर के बक्सीडीह रोड में स्थित रुद्रा फाउंडेशन के एफपीओ कार्यालय में सभी 7 एफपीओ के निदेशक मंडल एवं सीईओ की एक दिवसीय समीक्षा सह कार्ययोजना बैठक हुई। बैठक में झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अमरेश कुमार सिंह एवं नाबार्ड के ज़िला विकास प्रबन्धक आशुतोष प्रकाश भी उपस्थित रहे।
क्षेत्रीय प्रबंधक अमरेश सिंह ने आरोही एफपीओ एवं न्यू फ्रेश बास्केट एफपीओ के अभी तक किये गए कार्यों को सराहना करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्रों में अच्छे काम करने वाले एफपीओ को उनका बैंक हर प्रकार से वित्तीय सहायता के लिए तैयार है। कहा कि एफ़पीओ के अंतर्गत जेएलजी बनाकर किसानों का वित्तपोषण किया जाएगा।
नाबार्ड के डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने कहा कि एफपीओ के इनोवेटिव कार्यों के लिए बैंक ऋण मुहैया कराये तो सरकार और नाबार्ड के सहयोग से किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। नाबार्ड जेएलजी को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जेएलजी को ऋण पर बैंक को अनुदान देती है। इसके लिए बैंक को नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय से अनुबंध करना होता है। झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, यूनियन बैंक एवं इंडियन बैंक के साथ अनुबद्ध किया हुआ है। एफ़पीओ के अंतर्गत जेएलजी बनाकर किसानों का अभिनव वित्तपोषन किया जा सकता है। डीडीएम ने कहा कि बैंक और जिला प्रशासन एफपीओ को सहयोग करे तो गिरिडीह जिला शीघ्र कृषि उद्यम प्रधान जिला बन सकता है।
रुद्रा फाउंडेशन के सचिव सैयद सबीह अशरफ़ ने बताया कि शीघ्र ही शहर के बड़ा चौक में एफपीओ की दुकान (एफपीओ मार्ट ) खुलने जा रही है। जिसमें एफपीओ द्वारा उत्पादित कृषि उत्पाद जिसकी पूरी तैयारी हो चुकी है साथ ही संस्था द्वारा गठित 7 एफपीओ में से 3 एफपीओ में सोलर कोल्ड स्टोरेज लग चुका है एवं 7 प्रसंस्करण उद्योग लगाया जा रहा है। आलू चिप्स, टमाटर पावडर, मसाला उद्योग, मिनी राइस मिल, आटा मिल, सोलर वेजटेबल इत्यादि लगाया जा रहा है।