घटना के 28 घंटे बाद निकाला गया दुखहरणनाथ के पास उसरी नदी में डूबे युवक का शव
- पूरे परिवार के साथ दुखःहरण नाथ मंदिर में पूजा करने आया धनबाद का युवक
- नही पहुंची एनडीआरएफ की टीम, स्थानीय युवकों ने दिखाई हिम्मत
- उसरी नदी से शव बाहर निकलते ही परिजनों के चित्कार से गमगीण हुआ माहौल
गिरिडीह। दुखहरण नाथ मंदिर में पूजा करने गए धनबाद के 17 वर्षीय युवक का शव घटना के करीब 28 घंटे के बाद उसरी नदी से बाहर निकाला गया। घटना के बाद एनडीआरएफ की टीम तो गिरिडीह नही पहुंची, लेकिन स्थानीय युवकों ने घटना के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह नदी से गौतम का शव बाहर निकाल लिया। इस दौरान देर रात से ही बारिश होने के कारण नदी का बहाव भी तेज था। बावजूद स्थानीय युवकों ने हिम्मत दिखाया और गौतम सिंह का शव को बाहर निकाल लिया। नदी से गौतम का शव बाहार निकलने के बाद परिजनों की चित्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। परिजनों को गौतम के शव से लिपट कर रोते देख ग्रामीणों के आंखों से भी आंसू निकल पड़े।
विदित हो कि धनबाद के सिजुआ से दो गाड़ी में पूरा परिवार बाबा दुखःहरण नाथ मंदिर पूजा-अर्चना के लिए पहुंचा था। इस दौरान पूजा-अर्चना के लिए पहले सभी मंदिर के समीप उत्तर वाहिनी उसरी नदी में स्नान के लिए गए थे, इसी क्रम में गौतम नदी के तेज बहाव में बह गया था। इस दौरान सहयोग के लिए गौतम ने आवाज लगाई तो पिता बचाने के लिए उसके पास पहुंचे, लेकिन गहरा पानी गौतम को डूबोने लगा। और पल भर में ही गौतम नदी में समा गया। इस दौरान कुछ स्थानीय लोग उसे खोजने के लिए नदी में गए, लेकिन गौतम का कोई सुराग नहीं मिला। अलग-अलग टीम बनाकर युवाओं की टीम गौतम को तलाशने के लिए नदी में उतरी पर देर शाम तक कोई फायदा नही हुआ था। इस बीच सदर एसडीएम श्रीकांत यशवंत विष्पुते ने जानकारी दिया कि रांची से एनडीआरएफ की टीम गिरिडीह पहुंच रही है, लेकिन दुसरे दिन मंगलवार तक टीम नहीं पहुंची, तो स्थानीय युवाओं ने ही गौतम के शव को बाहर निकाला।