गिरिडीह नगर निगम में जनवरी से जून तक आएं 351 मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन, मार्च के बाद मई और जून में सबसे अधिक
आवेदनों के आंकड़े ही बताते है कोरोना संक्रमण से हुए मौत का सच
गिरिडीहः
मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए गिरिडीह नगर निगम में आवेदकों का आंकड़ा अब सही से सामने आना शुरु हुआ है। क्योंकि प्रमाण पत्र के लिए मई और जून माह में सबसे अधिक आवेदकों ने आवेदन दिया है। तो इसे पहले मार्च में भी आवेदकों की संख्या भी अधिक थी। निगम प्रशासक सूत्रों की मानें तो इसमें कोरोना संक्रमण से हुए मौत के आवेदन भी शामिल है। एक तरह से कहा जाएं तो यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं कि कोरोना संक्रमण से हुए मौत के आवेदनों की संख्या मई और जून के सबसे अधिक आएं है। इसके बाद समान्य मौत के आवेदनों की संख्या है। जिस प्रकार से आवेदन आएं है। इसे यह तो स्पस्ट हो रहा है कि संक्रमण के कारण हुए मौत का जो सरकारी आंकड़ा है। वह सिर्फ सरकारी आंकड़ो तक सीमित है। जबकि गैर सरकारी आंकड़े काफी अधिक है। काफी प्रयास के बाद न्यूज विंग को यह आंकड़े मिले।
क्योंकि कोरोना संक्रमण की दुसरी लहर का अटैक मार्च महीनें में होली के बाद से शुरु हुआ। जबकि जनवरी में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए 60 आवेदकों ने आवेदन दिया। तो फरवरी में 54, मार्च में 89 आवेदकों ने आवेदन दिया। मार्च महीनें में आएं आवेदन अधिकांश होली का त्योहार खत्म होने के काफी दिनों बाद आएं। इसमें सबसे अधिक 40 आवेदन है। जिसमंे आवेदन के साथ कोरोना संक्रमण का साफ तौर पर जिक्र है। वहीं अप्रेल में 27 आवेदन आएं। तो मई में 50 और जून में सबसे अधिक 83 आवेदन आ चुके है। इस महीनें आएं आवेदनों में कोरोना संक्रमण के आवेदन काफी अधिक बताएं जा रहे है। जबकि जून का महीना अब भी जारी है। वहीं निगम के कर्मचारी भी मान रहे है कि कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत के आवेदन अभी आने बाकी है। लिहाजा, उन आवेदनों को खंगाल कर उन्हें प्राथमिकता के साथ आवेदकों को निर्गत भी किया जा रहा है।